Search This Blog

Search This Blog

Friday, December 2, 2011

खुली हवा में ...

पिछले हफ्ते एक दिन मैं देर से उठी और बाहर सामने के बरामदे में आई ...मैं अक्सर सैर के लिये ना जाऊं तो सामने के बरामदे में स्ट्रेच आउट करने आ जाती हूँ...

उस दिन खुबसूरत सूर्य लालिमा देख मैंने यह फोटो खिंची ......

यह दूसरी तरफ.....
बादलों पर पड़ती हुई सूरज की लालिमा क्या भली लगती है...
यह देखिये लालिमा हरियाली और नीली का सम्मेलन....क्या खुबसूरत...
फ़िर यह थोड़ी देर बाद...
शब्बा खैर!!!

No comments:

Post a Comment